भला सबका हो दुनिया में, सभी का हो भला हे! प्रभु।। भला सबका हो दुनिया में, सभी का हो भला हे! प्रभु।।
पर जब तक जानेगे सोना बचेगा नहीं आज ज़िन्दगी बेरंग नहीं। पर जब तक जानेगे सोना बचेगा नहीं आज ज़िन्दगी बेरंग नहीं।
अंत है नहीं कोई आरंभ, अंत आरंब है आरंभ अंत है यह उलझन सुलझी न कभी। अंत है नहीं कोई आरंभ, अंत आरंब है आरंभ अंत है यह उलझन सुलझी न कभी।
लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है। लिखते लिखते फ़िर कलम भी साथ निभाता है बन के अभिव्यक्ति किताब पे छप जाता है।
मैं अधूरा हूँ... तुम होती तो... शायद पूरा होता! मैं अधूरा हूँ... तुम होती तो... शायद पूरा होता!
मेरे दिल का हर राज़ लेते हुए नील स्याह बन गिरते। मेरे दिल का हर राज़ लेते हुए नील स्याह बन गिरते।